बोले मेरा सतगुरु अमृत वाणी, दुधा रा दूध पानी रा पानी। २।
रात नहीं निंद्रा चैन नहीं मन में, लागी मारे चोट सबद री तन में।२।
सतगुरु पुष्प ने में हु भंवरा, हरी ने भजे ज्यारो काई लेवे जमड़ा।२।
सतगुरु वेद खलक सब रोगी, हरी ने भजे ज्यारी काया निरोगी। २।
कहेत कबीर सुणो भाई संतो, कंठ हृदय में बिठाया संतो। २।
बोले मेरा सतगुरु अमृत वाणी, दुधा रा दूध पानी रा पानी। २।
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