#संकटनाशनगणेशस्तोत्रम् #Sankat_Nashan_Ganesha_Stotram
।।श्री गणेशाय नमः।।
।। इस स्तोत्र के पाठ से विघ्नहर्ता करेंगे सभी विघ्नो का नाश।।
संकटनाशनगणेशस्तोत्रम भगवान गणपति जी का अत्यंत प्रभावशाली स्त्रोत है। क्यों की इसे स्वयं नारद जी ने प्रतिपादित किया है।
।। जो भक्त इन बारह नामों का प्रातः, मध्यान्ह और सांयकाल में पाठ करता है उसे किसी प्रकार के विघ्न का भय नहीं रहता,यह गणपति जी का स्मरण सब सिद्धियाँ प्रदान करने वाला होता है। विद्या चाहने वाले को विद्या, धना की कामना रखने वाले को धन, पुत्र की इच्छा रखने वाले को पुत्र तथा मौक्ष की इच्छा रखने वाले को मोक्ष की प्राप्ति होती है।।
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⦿ संकटनाशनगणेशस्तोत्रम् • संकटनाशनगणेशस्तोत्रम् ।। Sankat Nasha...
प्रणम्य शिरसा देवं गौरीपुत्रं विनायकम् ।।
भक्तावासं स्मरेन्नित्यमायु:कामार्थसिद्धये ।।१ ।।
प्रथमं वक्रतुण्डं च एकदन्तं द्वितीयकम् ।।
तृतीयं कृष्णपिङ्क्षं गजवक्त्रं चतुर्थकम् ।।२ ।।
लम्बोदरं पञ्चमं च षष्ठं विकटमेव च ।।
सप्तमं विघ्नराजेन्द्रं धूम्रवर्णं तथाष्टमम् ।।३ ।।
नवमं भालचन्द्रं च दशमं तु विनायकम् ।
एकादशं गणपतिं द्वादशं तु गजाननम् ।।४ ।।
द्वादशैतानि नामानि त्रिसंध्यं य: पठेन्नर: ।
न च विघ्नभयं तस्य सर्वसिद्धिकरं प्रभो ।।५ ।।
विद्यार्थी लभते विद्यां धनार्थी लभते धनम् ।
पुत्रार्थी लभते पुत्रान् मोक्षार्थी लभते गतिम् ।।६ ।।
जपेत् गणपतिस्तोत्रं षड्भिर्मासै: फलं लभेत् ।
संवत्सरेण सिद्धिं च लभते नात्र संशय: ।।७ ।।
अष्टभ्यो ब्राह्मणेभ्यश्च लिखित्वा य: समर्पयेत् ।
तस्य विद्या भवेत्सर्वा गणेशस्य प्रसादत: ।।८ ।।
संकटनाशनगणेशस्तोत्रम् SankatNashanGaneshaStotra
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